13 November 2017 | 1.20 PM
ऐसे समय जब महेंद्र सिंह धोनी के टी20 टीम में स्थान को लेकर कुछ पूर्व क्रिकेटर सवाल उठा रहे हैं, महान हरफनमौला कपिल देव टीम इंडिया के इस पूर्व कप्तान के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं. इससे पहले, टीम इंडिया के कप्ता्न विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और महान ओपनर सुनील गावस्क.र भी धोनी के समर्थन में अपनी राय जता चुके हैं. वर्ल्डमकप 1983 में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने वाले कपिल देव ने धोनी का पक्ष लेते हुए मास्टेर ब्लाोस्टडर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा कि कुछ औसत प्रदर्शन के बाद कुछ लोग इस तरह की बातें क्योंन कर रहे हैं. निश्चित रूप से उम्र का इससे कोई संबंध नहीं है. कपिल के हवाले से कहा, 'सचिन ने जब वर्ल्डमकप जीता था तो वे 38 वर्ष के थे. तब तो उनके खिलाफ किसी ने कोई बात नहीं कही. ' ट्विटर भी इस मामले में कपिल देव के समर्थन में खुलकर सामने आया है.
गौरतलब है कि राजकोट में न्यू जीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में टीम इंडिया की हार के बाद अजित गरकर ने कहा था कि भारत को क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट (टी20) में धोनी से अलग कुछ सोचने की जरूरत है. उन्हों ने यह भी कहा था कि टीम इंडिया को शायद ही टी20 क्रिकेट में एमएस धोनी की कमी महसूस होगी. अगरकर के अलावा टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वीएस लक्ष्मोण और आकाश चोपड़ा भी धोनी को लेकर कुछ इसी तरह की राय जता चुके हैं. वीवीएस लक्ष्मोण ने कहा था, 'टी20 मैचों में धोनी चार नंबर पर आते हैं. उन्हें गेंद पर नजर जमाने में ज्या्दा वक्त लगता है और उसके बाद वे अपनी जिम्मेंदारी निभाते हैं. राजकोट के मैच में जब विराट कोहली का स्ट्रा इक रेट 160 के करीब था तब धोनी का स्ट्रा इक रेट 80 के आसपास था. भारतीय टीम जब बड़े स्कोार का पीछा कर रही थी तब यह पर्याप्त नहीं था.' उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि समय आ गया है कि धोनी टी20 फॉर्मेट में किसी युवा खिलाड़ी के लिए स्थानन खाली करें. हां, वनडे क्रिकेट में वे (धोनी)टीम इंडिया के महत्वथपूर्ण सदस्या हैं.
पूर्व ओपनर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा था कि श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज से धोनी की जगह किसी अन्ये खिलाड़ी को चुना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका के चुनौतीपूर्ण दौरे पर जाना है.