3 January 2020 | 3.02 PM
CBIC (सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम) इन दिनों रिटर्न फाइलिंग और बैंक अकाउंट डिटेल्स का मिलान कर रहे हैं. लिया रिफंड और भरा गया टैक्स का भी मिलान पर फोकस है. वहीं ई-इनवॉइस बिलिंग ,नया रिटर्न फॉर्म,ईवे बिल और फास्टैग का मिलान, आधार से जीएसटी का मिलान, क्यूआर कोड, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के ज़रिए डेटा एनालिसिस,फर्जी रीफंड रोकने की तकनीक पर फोकस है। GST की राह आसान बनाने और करदाता बढ़ाते पर भी ज़ोर है. इसके अलावा, विभिन्न विभागों, वित्तीय संस्थानों, बैंक और इनकम टैक्स विभाग की सहायता से आ रही जानकारी की पूलिंग पर फोकस है. इसके साथ ही CBDT सेंट्रल बोर्ड आफ डायरेक्ट टैक्सेस, CBIC,FIU (फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट),GSTN के आपस में मिलकर काम करने, एक दूसरे के इनपुट, डेटा शेयर करने की रणनीति बनाई गई है. हालांकि ये भी ध्यान रखा जा रहा है कि सही करदाता की सहूलियत को कैसे बढ़ाया जाए. हाल ही में पिछले 2 महीने से जीएसटी का कलेक्शन एक लाख करोड़ से ऊपर आ रहा है, लेकिन उससे पहले स्थिति ऐसी नहीं थी. इसके अलावा, कई जगह से गलत तरीके से रिफंड लेने की सूचनाएं आ रही थी, लिहाजा वित्त मंत्रालय अब इंटीग्रेटेड योजना पर काम कर रहा है.