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यदि आपका स्मार्टफोन डेटा खा जाता है तो ऐसे करें खपत कम:

17 March 2018 | 12.36 PM

जब से जियो, एयरटेल जैसी कंपनियों ने 'डेटा की जंग' छेड़ी है, तब से मोबाइल डेटा को लेकर एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज़र सक्रिय हो चुके हैं। यह सक्रियता इस पर होती है कि कहीं डेटा, लिमिट से ज्यादा न खर्च हो जाए। आज के दौर में वीडियो स्ट्रीमिंग से लेकर तरह-तरह के उपयोगी ऐप का चलन बढ़ा है, जिससे डेटा की खपत भी बढ़ी है। व्हाट्सऐप, फेसबुक, जीमेल (या आउटलुक) और इंस्टाग्राम जैसे ऐप तो लगभग अनिवार्य ही हो गए हैं।


साथ ही स्मार्टफोन के कुछ अंदरूनी फीचर भी आपका डेटा पैक 'हज़म' रहते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि कुछ खास बातों का ध्यान रखकर आप अपने उपयोगी डेटा को बेकार ना जाने दें और एक-एक एमबी का सही इस्तेमाल करें...


Limit your data usage

एंड्रॉयड स्मार्टफोन की सेटिंग में जाकर मोबाइल डेटा के इस्तेमाल पर 'रोक' लगाई जा सकती है। यानी एक सीमा के बाद आप अपने डेटा इस्तेमाल को रोक सकते हैं। सेटिंग में जाएं - डेटा यूसेज़ में जाएं - बिलिंग साइकल - डेटा लिमिट और बिलिंग साइकल में जाकर डेटा की अधिकतम सीमा तय कर दें। इसके अलावा आप ऑटोमैटिक डिसकनेक्शन का विकल्प भी चुन सकते हैं। यानी, जब आपके डेटा की तय की गई सीमा पार हो जाएगी तो इंटरनेट कनेक्शन अपने आप बंद हो जाएगा।


Restrict App background data


कुछ ऐसे ऐप भी होते हैं, जो स्मार्टफोन के इस्तेमाल ना होने के वक्त भी सक्रिय रहते हैं। ये ऐप यूज़र का डेटा खर्च करते रहते हैं। बैकग्राउंड डेटा दरअसल, उन ऐप को मॉनिटर और अपडेट करता है, जो मल्टीटास्किंग और स्क्रीन ऑफ रहने पर सक्रिय रहते हैं। ध्यान रहे, हर ऐप बैकग्राउंड में आपका डेटा खर्च नहीं करते। इसके लिए आप सेटिंग - डेटा यूसेज़ में जाएं। इसके बाद देखें कौन सा ऐप कितना डेटा ले रहा है। इसके बाद संबंधित ऐप पर टैप करें। आप उसका फोरग्राउंड और बैकग्राउंड डेटा यूसेज देख सकते हैं। फोरग्राउंड यानी जब फोन प्रयोग में हो (या खुला हो) और बैकग्राउंड का आशय, जब फोन इस्तेमाल में ना हो। अगर कोई ऐप बैकग्राउंड में बहुत ज्यादा डेटा खर्च कर रहा है, तो उसे बैकग्राउंड में हमेशा बनाए रखना बेहतर विकल्प नहीं है। आप 'रिस्ट्रिक्ट ऐप बैकग्राउंड डेटा' पर टैप कर सकते हैं। इसे करने के बाद यह ऐप सिर्फ तभी काम करेंगे जब आप फोन यूज़ कर रहे होंगे।


Update apps over Wi-Fi

डेटा गैर-ज़रूरी खर्च ना हो, इसके लिए आप मेन्यू - सेटिंग - ऑटो अपडेट ऐप में जाकर 'ऑटो अपडेट ऐप ओवर वाई-फाई ओन्ली' चुन सकते हैं। साथ ही आप 'डू नॉट ऑटो अपडेट ऐप' विकल्प भी चुन सकते हैं। लेकिन हम सुझाव देंगे कि इसे ना चुनें क्योंकि फिर आपको समय-समय पर ऐप अपडटे करने की जानकारियां नहीं मिल पाएंगी।


Limit your use of streaming services

म्यूज़िक और वीडियो की स्ट्रीमिंग भी आजकल डेटा की खपत का बड़ा कारण है। साथ ही उच्च रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें भी आपके फोन का डेटा हज़म कर जाती हैं। ज्यादा से ज्यादा स्ट्रीमिंग सेवाओं का इस्तेमाल वाई-फाई पर ही करें। साथ ही यूट्यूब पर वीडियो देखते वक्त ज़रूरत अनुसार रिजॉल्यूशन एडजस्ट कर लें। इससे आपका डेटा काफी हद तक बचेगा।


Keep an eye on these apps

कुछ ऐप दरअसल, आपके फोन में ज़बरदस्त डेटा की खपत करते हैं। उदाहरण के तौर पर फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे ऐप डेटा की सर्वाधिक खपत करते हैं। खास तौर पर जब आप इन ऐप में जीआईएफ और वीडियो देखते हैं तो डेटा की खपत कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में हम आपको सुझाव देंगे कि फेसबुक की जगह फेसबुक लाइट ऐप चुनें और ट्वीटकास्टर को ट्विटर की जगह इस्तेमाल करें। ये ऐप बैटरी और डेटा, दोनों की खपत को नियंत्रित करते हैं।


Google Maps for offline use

क्या आपको पता है कि आप अपने स्मार्टफोन में गूगल मैप्स का इस्तेमाल ऑफलाइन रहकर भी कर सकते हैं। गूगल मैप्स के ऑफलाइन इस्तेमाल में आप समय और डेटा बचा सकते हैं। मैप डाउनलोड होने के बाद आप इसे ऑफलाइन भी नैविगेट कर पाएंगे। इससे आपका हर दिन का मैप्स इस्तेमाल डेटा खपत से रहित होगा। हम सुझाव देंगे कि आप रोज़मर्रा जाने वाली जगहों का मैप सेव कर लें, जिससे आप इन्हें ऑफलाइन भी इस्तेमाल कर पाएं। इसके लिए आप गूगल मैप्स के मेन्यू में जाएं - ऑफलाइन मैप्स में जाएं। सेलेक्ट यॉर ऑन मैप चुनें और अपने रास्ते पर ऑफलाइन होकर बिंदास सफर करें।

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