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स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर से बनेंगे स्मार्ट यूजर, जानिए इससे क्या होगा फायदा

19 March. 2018 | 12.30 PM

नई दिल्ली: मई में स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर को इंस्टॉल करके आप स्मार्ट यूजर बन जाएंगे। इसके बाद आप अपने होम अप्लायंसेज को रिमोट से ऑपरेट कर पाएंगे। इसमें यह भी पता चलेगा कि कौन सा अप्लायंस अधिक बिजली की खपत कर रहा है। इससे आप ऑफ पीक आवर में गीजर जैसे अधिक बिजली की खपत करने वाले अप्लायंस को यूज कर पाएंगे, जब बिजली की कीमत कम होगी।


लोगों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स सॉल्यूशन मुहैया कराने के लिए टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) ने यह कदम उठाया है। इसके लिए दिल्ली सरकार और टाटा पावर ने एक ज्वाइंट वेंचर बनाया है। इस वेंचर के तहत दिल्ली में घरों में स्मार्ट मीटर को इंस्टॉल किया जाएगा और इसके लिए कंपनी एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च करेगी। शुरुआत में यह ऐप एंड्रॉयड यूजर्स के लिए होगा। बाद में इसे दूसरे ओएस डिवाइसों के लिए भी उपलब्ध करवाया जाएगा।


स्मार्ट डिस्कॉम
कंज्यूमर को स्मार्ट मीटर के लिए स्मार्ट अप्लायंसेज खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ग्राहकों को मौजूदा अप्लायंसेज पर ही यह सुविधा मिलेगी। आगे चलकर पीक डिमांड ऑवर में कंज्यूमर्स को उनके मोबाइल पर एक मैसेज मिलेगा। तब कम बिजली की खपत करने पर कंज्यूमर्स को इंसेंटिव दिया जाएगा। इसके अलावा ऑफ पीक समय में भी कंज्यूमर्स को ऐसा ही एक मैसेज भेजा जाएगा। इस दौरान कंज्यूमर ऐसे अप्लायंसेज का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो बिजली की अधिक खपत करते हैं। इस दौरान गीजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी को चार्ज करके कंज्यूमर अपने बिजली के बिल को कम कर सकते हैं।


इस स्मार्ट मॉडल से घरेलू और इंस्टीट्यूशनल कंज्यूमर्स दोनों को फायदा होगा। अभी घरेलू कंज्यूमर्स को पूरे दिन के लिए फ्लैट टैरिफ ही मिलता है। पीक और ऑफ पीक प्राइज में घरेलू कंज्यूमर्स के लिए कोई फैसिलिटी नहीं है। टीपीडीडीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीर सिन्हा ने कहा, 'अभी कंज्यूमर और हमारे बीच वन वे ट्रैफिक है। लेकिन स्मार्ट ग्रिड और स्मार्ट मीटर्स की बदौलत हम इसे टू वे कम्युनिकेशन में बदल देंगे।' टीपीडीडीएल अभी दिल्ली में 70 लाख लोगों को बिजली की सप्लाई कर रही है।


टीपीडीडीएल के इस ऑटोमेशन प्रोग्राम से कंज्यूमर कंप्लेन को सॉल्व करने में भी सुधार देखने को मिलेगा। कंज्यूमर को एसएमएस और ऐप के जरिए बिजली कंपनी रेगुलर अपडेट करती रहेंगी। वहीं ऑटो डिस्पैचिंग सिस्टम से खराब लाइन के पास मौजूद सबसे पास उपलब्ध लाइनमेन को सीधे मैसेज मिल जाएगा और वह तेजी से इसे ठीक करने के लिए अपने काम में जुट जाएगा। भारत में बिजली चोरी एक बड़ा चुनौतीपूर्ण मुद्दा है। ऐसे में स्मार्ट मीटर और स्मार्ट ग्रिड के जरिए इस चोरी को रोकने में भी मदद मिलेगी। भारत के होम ऑटोमेशन का मार्केट 2022 तक 30,000 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।

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