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जानिए किस प्रॉजेक्ट से मालामाल हो सकती हैं ये पांच कंस्ट्रक्शन कंपनियां :

1 November 2017 | 11.32 AM

नई दिल्ली : भारतमाला प्रॉजेक्ट को कैबिनेट से हाल ही में पास किया है, जिसे सरकार की तरफ से इन्फ्रसस्ट्रक्चर सेगमेंट को बहुत बड़ा सपॉर्ट माना जा रहा है। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों के मुताबिक, प्रॉजेक्ट का मकसद 80 पर्सेंट ऑफ रोड फ्रेट को नैशनल हाइवे पर लाना और रोड ट्रांसपोर्टेशन को ज्यादा सक्षम बनाना है। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि इससे अगले 3-4 साल में लिस्टेड कंपनियों के लिए संबंधित सालाना कैपिटल एक्सपेंडिचर फिस्कल ईयर 2017 के लेवल का 2-3 गुना तक हो सकता है। हम बताते हैं कि कौन सी पांच कंस्ट्रक्शन कंपनियां इस प्रॉजेक्ट से सबसे ज्यादा फायदा कमाएंगी।


अशोका बिल्डकॉन


कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज का कहना है कि ट्रैफिक ग्रोथ के मामले में अशोका बिल्डकॉन की ग्रोथ कॉम्पिटिटर्स से बेहतर है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, ' इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड एसबीआई मैक्वेरी का सबस्टिट्यूट मिलने से उसे पेमेंट करने के लिए रोड पोर्टफोलियो में स्टेक सेल की जरूरत खत्म हो जाएगी। मौजूदा प्राइस पर कंपनी के शेयरों का वैल्यूएशन अट्रैक्टिव लग रहा है।'


दिलीप बिल्डकॉन


कंपनी को रोड सेगमेंट में लगातार बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं और अभी इसके पास 156 अरब रुपये की ऑर्डर बुक है। ब्रोकरेज फर्म आईआईएफएल के मुताबिक, 'भारतमाला को मिले हालिया कैबिनेट क्लीयरेंस और फिस्कल ईयर 2018-22 में रोड सेगमेंट में (भारतमाला से जुड़े प्रोजेक्ट सहित) कुल 6.9 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने से दिलीप बिल्डकॉन जैसी कंपनियों को बहुत फायदा होगा।'


एनसीसी


दूसरों से बैलेंसशीट पर कम लोन होने से एनसीसी की वित्तीय स्थिति बेहतर है। इससे एनसीसी आने वाले समय में इन्फ्रा स्पेस में बनने वाले मौकों का फायदा उठाने के लिहाज से बेहतर स्थिति में होगी। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी पर 110 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बाय रेटिंग दी है। कंपनी के स्ट्रॉन्ग ऑर्डर फ्लो और इंटरेस्ट कॉस्ट में आ रही गिरावट के चलते दौलत कैपिटल ने इस पर एकुमुलेट रेटिंग दी है।


सद्भाव इंजीनियरिंग


एनालिस्ट सद्भाव इंजीनियरिंग को लेकर इसलिए आश्वस्त हैं क्योंकि कंपनी को कमजोर मैक्रोइकनॉमिक माहौल में भी दूसरों से ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने पिछले हफ्ते जारी रिपोर्ट में लिखा है, 'कंपनी को एनएचएआई से मिलने वाले ऑर्डर्स के लिए बिडिंग के लिए बैंकों के साथ अच्छे रिश्तों का फायदा मिल सकता है। कंपनी अपने बिल्ड, ऑपरेट ऐंड ट्रांसफर यानी बॉट पोर्टफोलियो से हासिल होने वाले स्ट्रॉन्ग कैश फ्लो का फायदा उठाने की बेहतर स्थिति में है। आने वाले समय में कंपनी के वर्किंग कैपिटल की जरूरत में कमी आएगी, जिससे ग्रोथ के मौके बनेंगे।'


केएनआर कंस्ट्रक्शंस


भारतमाला प्रॉजेक्ट से केएनआर को भी फायदा हो सकता है। आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स के रोहित नटराजन ने केएनआर का रेवेन्यू अगले दो फिस्कल में 14 पर्सेंट सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान लगाया है। नटराजन ने हालिया रिपोर्ट में लिखा है, 'सिस्टम से जुड़े रिस्क, एग्जिक्यूशन साइकिल और मार्जिन में आई कमी को अजस्ट करने के बाद भी कंपनी का रिस्क रिवॉर्ड रेशियो बेहतर होगा।'

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